tag:blogger.com,1999:blog-2732969810998309693.post5676436035052948057..comments2023-10-26T20:14:21.370+05:30Comments on *गद्य-सर्जना*: मेरी भावनाएँ.............(कितनी निरर्थक)Er. सत्यम शिवमhttp://www.blogger.com/profile/07411604332624090694noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-2732969810998309693.post-24550681666980464042011-01-22T22:09:29.720+05:302011-01-22T22:09:29.720+05:30भावनाओं का बेहतरीन दृश्य प्रस्तुत किया है ..भावनाओं का बेहतरीन दृश्य प्रस्तुत किया है ..संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2732969810998309693.post-54483384948019099882011-01-22T15:47:20.006+05:302011-01-22T15:47:20.006+05:30भावनाओं को बहुत खूबसूरती से चित्रित किया है तुमने ...भावनाओं को बहुत खूबसूरती से चित्रित किया है तुमने ! सच मै भावनाएं कुछ एसी ही होती हैं दोस्त !<br />सुन्दर रचना बधाई दोस्त !Minakshi Panthttps://www.blogger.com/profile/07088702730002373736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2732969810998309693.post-79902393618753438782011-01-19T19:21:21.437+05:302011-01-19T19:21:21.437+05:30आप ने अपनी भावनाओं को बहुत सही तरीके से चित्रण किय...आप ने अपनी भावनाओं को बहुत सही तरीके से चित्रण किया है| धन्यवाद|Patali-The-Villagehttps://www.blogger.com/profile/08855726404095683355noreply@blogger.com